Senior Citizen Railway Ticket Discount: बड़े फायदे – टिकट में सीधे 50% छूट

Published On: July 26, 2025
Senior citizen railway discount

भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन यात्रा को आसान और किफायती बनाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे कई वर्षों से विशेष रियायतें प्रदान करता रहा है। देश में उम्रदराज लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है और उनके लिए यात्रा करना जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाता है। हालांकि, रेल किराया एक बड़ा खर्च हो सकता है, इसलिए सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट पर छूट प्रदान करने का प्रबंध किया है ताकि वे आरामदायक और सस्ती यात्रा का लाभ उठा सकें। इस योजना का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक मदद करना और उनके लिए यात्रा को सुगम बनाना है।

वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान विशेष सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें छूट के साथ-साथ लोअर बर्थ गारंटी भी शामिल है। लोअर बर्थ गारंटी का मतलब है कि वरिष्ठ नागरिकों को टिकट बुकिंग के समय नीचे वाली बर्थ मिलने की सुविधा, जिससे उनकी यात्रा आरामदायक और स्वस्थ रहती है। यह कदम सरकार की यह सोच दर्शाता है कि बुजुर्गों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उन्हें सर्वोत्तम सुविधा दी जाए। इस योजना के चलते बुजुर्ग कम खर्च में अपने परिवार या अन्य प्रियजनों से मिल सकते हैं, जो उनकी सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।

Senior Citizen Railway Ticket Discount

भारतीय रेलवे की वरिष्ठ नागरिक रियायती योजना के तहत ऐसे पुरुष जो 60 वर्ष या उससे अधिक और महिलाएं जो 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की हैं, उन्हें रेल टिकट के किराए में विशेष छूट दी जाती है। इस योजना के अंतर्गत पुरुष वरिष्ठ नागरिकों को लगभग 40% और महिला वरिष्ठ नागरिकों को लगभग 50% तक छूट मिलती थी। यह छूट मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, जनशताब्दी और दुरंतो जैसी ट्रेनों में लागू होती है। यह सुविधा केवल भारतीय नागरिकों के लिए है और टिकट बुकिंग के समय आयु पहचान पत्र के आधार पर दी जाती है।

हालांकि, कोविड-19 महामारी के दौरान इस छूट को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था। महामारी के कारण रेलवे को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा और इस अवधि में छूट से होने वाले घाटे को कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया। लेकिन रेलवे मंत्रालय और सरकार के बीच विचार-विमर्श के बाद कई बार छूट को पुनः शुरू करने की मांग भी उठी है क्योंकि कई वरिष्ठ नागरिक इस सुविधा के बिना उच्च किराया देने के लिए असमर्थ थे। अब 2024-2025 के आसपास इस योजना को फिर से बहाल करने की संभावनाएं बनी हुई हैं।

इस योजना के तहत छूट पाने के लिए वरिष्ठ नागरिक को अपनी आयु का प्रमाण देना होता है, जो आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड या अन्य वैध दस्तावेज हो सकते हैं। टिकट बुक करते समय इस प्रमाणपत्र को दिखाना चाहिए ताकि टिकट कन्फर्मेशन के समय छूट मिल सके। भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या रेलवे टिकट काउंटर पर यह प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। इसके अलावा, यात्री आरक्षित टिकट और सामान्य टिकट दोनों पर यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह छूट न सिर्फ आर्थिक मदद है, बल्कि यह सामाजिक समावेशन का भी एक तरीका है, जिससे बुजुर्ग अपने परिवार और दोस्तों से जुड़े रह सकें। यह छूट उन्हें लंबे समय तक सक्रिय और स्वतंत्र जीवन जीने में मदद करती है। रेल मंत्रालय भी समय-समय पर इस योजना की समीक्षा करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सुविधा सही लोगों तक पहुंच रही है और उनकी यात्रा सुखद हो।

हाल ही में रेल मंत्रालय ने कहा है कि रेलवे ने वर्ष 2020 में महामारी के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को बंद किया था, जिससे कई वरिष्ठ नागरिक बिना छूट के यात्रा कर रहे हैं। इस बीच रेलवे को भी अतिरिक्त राजस्व मिला। लेकिन वरिष्ठ नागरिकों और सामाजिक संगठनों की लगातार मांग के कारण इस छूट को फिर से बहाल करने की चर्चा हो रही है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में यह छूट पुनः शुरू हो सकती है ताकि बुजुर्गों को उनके अधिकार मिले और उनकी यात्रा सरल और किफायती हो।

आवेदन प्रक्रिया

वरिष्ठ नागरिक रेलवे टिकट छूट पाने के लिए सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि उनकी आयु सरकार के तय मानकों के अनुसार हो। पुरुषों के लिए न्यूनतम आयु 60 वर्ष और महिलाओं के लिए 58 वर्ष होनी चाहिए। टिकट बुकिंग के समय, यात्रियों को अपने प्रमाणपत्र के साथ रेलवे काउंटर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (जैसे IRCTC वेबसाइट) पर आवेदन करना होता है।

ऑनलाइन टिकट बुक करते समय, “Senior Citizen” विकल्प चुनना होता है। इसके बाद आयु प्रमाण पत्र अपलोड करना आवश्यक हो सकता है। रेलवे काउंटर पर बायोमेट्रिक या फोटो आईडी सहित आयु प्रमाण दिखाकर छूट का दावा किया जाता है। अगर किसी को ऑनलाइन या काउंटर पर मदद चाहिए तो रेलवे सहायता केंद्र सहायता प्रदान करते हैं।

यह प्रक्रिया सरल और शीघ्र पूरी हो जाती है। छूट मिलने के बाद टिकट की कीमत ऑटोमैटिकली कम हो जाती है। बुजुर्ग यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पहचान पत्र और आयु प्रमाण दस्तावेज यात्रा के समय साथ रखें क्योंकि यात्रा निरीक्षण के दौरान रेलवे कर्मचारियों को इसे दिखाना आवश्यक होता है।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोअर बर्थ की गारंटी भी उपलब्ध है, जिससे उनकी यात्रा आरामदायक होती है। इस सुविधा का लाभ पाने के लिए भी टिकट बुकिंग के समय संबंधित विकल्पों का चयन करना होता है। लोअर बर्थ मिलने से उनका सफर ज्यादा सुरक्षित और स्वस्थ रहता है।

वरिष्ठ नागरिकों को यह भी कहा जाता है कि यदि वे छूट का लाभ नहीं लेना चाहते तो वे टिकट बुकिंग के समय इस विकल्प को छोड़ा भी सकते हैं। इसका मतलब है कि वे पूरा किराया देकर भी यात्रा कर सकते हैं और रेल सेवा को समर्थन दे सकते हैं।

अंत में, इस योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को उनकी यात्रा में आर्थिक राहत देना और उन्हें सम्मानित महसूस कराना है। इससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार होता है और वे सरलता से यात्रा कर पाते हैं।

वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली यह रेल टिकट छूट उनकी यात्रा को आसान, किफायती और सुखद बनाती है, जिससे वे अपने जीवन के महत्वपूर्ण रिश्तों और जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें। सरकार और रेलवे की यह पहल बुजुर्गों के प्रति सम्मान और सहायता का प्रतीक है, जिसे समय-समय पर अपडेट किया जाता रहेगा।

इस प्रकार, वरिष्ठ नागरिक रेल यात्रा छूट योजना एक महत्वपूर्ण सामाजिक कल्याण योजना है जो बुजुर्गों को उनके जीवन के सक्रिय और स्वतंत्र हिस्से का हिस्सा बनाती है। यह न केवल उनकी आर्थिक सहायता करती है, बल्कि उनकी सम्मानजनक और आरामदायक यात्रा को भी सुनिश्चित करती है।

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