पिछले कुछ समय से मंहगाई लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे आम आदमी की जेब पर बड़ा असर पड़ रहा है। अब रसोई गैस सिलेंडर यानी LPG के दाम फिर से बढ़ाए गए हैं। इस बढ़ोतरी ने खासकर गरीब और मिडिल क्लास परिवारों को ज्यादा प्रभावित किया है।
हर घर में LPG गैस सिलेंडर एक जरूरत बन चुकी है। चाहे मिडिल क्लास हो या गरीब परिवार, खाना बनाने के लिए सभी इसपर निर्भर हैं। लेकिन जब गैस के दाम बढ़ते हैं, तो इन वर्गों के लिए घर खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है।
LPG सिलेंडर की कीमतों में ताजा वृद्धि 8 अप्रैल 2025 से लागू की गई है। आम ग्राहकों के लिए 14.2 किलो वाले घरेलू सिलेंडर का दाम अब ₹853 हो गया है, जो पहले ₹803 था। वहीं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लाभार्थियों के लिए यह कीमत ₹503 से बढ़कर ₹553 कर दी गई है।
LPG Price Hike: Latest Update
LPG सिलेंडर के दाम बढ़ाने के पीछे मुख्य वजह अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों का बढ़ना और ट्रांसपोर्टेशन खर्च का ज्यादा होना बताया जा रहा है। सरकार का कहना है कि कंपनियों को मजबूत रखने और अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक घरेलू दाम तय करने के लिए ये कदम जरूरी है।
यह वृद्धि सीधे तौर पर आम आदमी के बजट को प्रभावित करती है। गरीब और मिडिल क्लास परिवार, जो पहले से ही मंहगाई, स्कूल फीस, बिजली और किराना के बढ़ते खर्चों का सामना कर रहे हैं, उनके लिए सिलेंडर की यह बढ़ी कीमत एक नई चुनौती बन गई है। कई परिवार अब अपना गैस उपयोग कम करने लगे हैं या पुराने तरीके जैसे लकड़ी या कोयला जलाने पर लौट रहे हैं, जिससे उनकी सेहत पर भी असर पड़ता है।
गैस की कीमतें सिर्फ घरों तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि बाहर खाने के ठेले, छोटे होटल, और फास्ट फूड जैसी जगहों पर भी महंगाई आ जाती है। जब सिलेंडर के दाम बढ़ते हैं तो इन व्यवसायों का खर्च बढ़ता है और आम जनता को खाने पीने की चीजों के दाम भी ज्यादा चुकाने पड़ते हैं।
उज्ज्वला योजना: सरकार की राहत और सीमाएं
गरीब परिवारों के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) शुरू की थी। इसका मकसद था महिलाओं को धुंआ रहित और साफ-सुथरी रसोई गैस मुहैया कराना। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन और सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाती है।
लेकिन गैस के हालिया दाम बढ़ने से PMUY के लाभार्थियों पर भी असर पड़ा है। पहले जहाँ उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर का दाम ₹503 था, अब इसे बढ़ाकर ₹553 कर दिया गया है। सरकार सब्सिडी जरूर देती है, परंतु ताजा वृद्धि के बाद भी गरीब परिवारों के लिए गैस सिलेंडर खरीदना आसान नहीं रहा।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि उज्ज्वला परिवारों को आगे भी सब्सिडी मिलती रहेगी ताकि उनके ऊपर बोझ कम हो। अभी की स्थिति में उज्ज्वला लाभार्थियों को आम उपभोक्ताओं से लगभग ₹300 कम में गैस सिलेंडर मिल रहा है। लेकिन फिर भी, लगातार बढ़ती कीमतें इन परिवारों का बजट बिगाड़ती हैं।
मिडिल क्लास और गरीबों पर प्रभाव
मिडिल क्लास और गरीब परिवारों के लिए गैस के बढ़ते दाम सबसे बड़ा सिर दर्द बन गए हैं। हर बार जब कीमत बढ़ती है, उनका मासिक बजट और सख्त हो जाता है। कई लोगों ने खाना पकाने के खर्च को कम करने के लिए भोजन बाहर मंगवाना या होटल में खाना जाना बंद कर दिया है।
कई महिलाओं ने बताया कि उन्हें सब्जियों और अन्य जरूरी चीजों की खरीद में कटौती करनी पड़ रही है ताकि गैस सिलेंडर खरीद सकें। मिडिल क्लास के सामने बच्चों की पढ़ाई, घर का किराया और बाकी खर्च पहले से ही चुनौतीपूर्ण हैं, ऐसे में गैस की बढ़ती कीमत परेशानी और बढ़ा देती है।
सरकार से राहत की उम्मीद
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि सरकार को गरीब और मिडिल क्लास के लिए नई राहत योजनाएँ शुरू करनी चाहिए। इनमें सब्सिडी बढ़ाना या अस्थाई राहत देना शामिल है। तेल कंपनियों की मजबूरी अपनी जगह है, लेकिन आम जनता की सुविधा भी जरूरी है।
कुछ राज्य सरकारों ने भी प्रयास किए हैं जैसे तेलंगाना में सिलेंडर ₹500 में देने की घोषणा हुई है, लेकिन बाकी राज्यों में ऐसा कोई फैसला नहीं आया है। इस वजह से जरूरतमंद लोगों को अभी राष्ट्रीय स्तर पर राहत की तलाश है।
निष्कर्ष
LPG सिलेंडर के दाम बढ़ने से सबसे ज्यादा असर गरीब और मिडिल क्लास परिवारों पर पड़ता है। सरकारी योजनाएँ जैसे उज्ज्वला थोड़ी राहत देती हैं, लेकिन लगातार बढ़ती कीमतों के कारण परेशानी कम नहीं हो रही। जनता को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही कोई ठोस कदम उठाएगी, ताकि रसोई में फिर से चूल्हा आसानी से जल सके।