आजकल हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी बचत पर अच्छा रिटर्न मिले, लेकिन साथ ही पैसे भी ज़रूरत पड़ने पर तुरंत मिल जाएं। पहले अच्छा ब्याज पाने के लिए ज़्यादातर लोगों को फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) करवानी पड़ती थी, जिसमें पैसे एक समय के लिए लॉक हो जाते हैं। अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताज़ा फैसले के बाद बड़ी खुशखबरी आई है। बैंक के सेविंग अकाउंट पर भी जमाकर्ताओं को आकर्षक ब्याज मिलेगा, वह भी बिना एफडी के झंझट के।
इस फैसले का सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा जो अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित और लिक्विड रखना पसंद करते हैं। नौकरीपेशा, व्यापारी, छात्र, गृहिणी, पेंशनधारी, और वरिष्ठ नागरिक – सभी को इस नई स्कीम का लाभ मिल सकेगा। अब आपको अपनी इमरजेंसी फंड के लिए एफडी तोड़ने की ज़रूरत नहीं, बल्कि सेविंग अकाउंट में ही अच्छा ब्याज आना शुरू हो जाएगा।
कुछ सालों पहले तक सेविंग अकाउंट में महज़ 2.5% – 4% सालाना ही ब्याज मिलता था, जबकि एफडी में 6% से 7% तक का रेट मिल जाता था। अब RBI के नए निर्देशों के बाद सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर सीधा 6% तक पहुँच सकती है। यह वृद्धि करोड़ों बैंक ग्राहकों को राहत देगी, खासकर उन लोगों को जो फिक्स्ड डिपॉज़िट नहीं करवाना चाहते थे।
Savings Account Interest Rate – Full Details
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के सभी बैंकों को यह छूट दी है कि वे अपने सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर खुद तय कर सकते हैं। पहले यह दर नियंत्रित थी, जिससे ब्याज बहुत कम मिलता था। अब हर बैंक अपनी मौजूदा वित्तीय हालत और मार्केट के हिसाब से, सेविंग अकाउंट के लिए प्रतिस्पर्धी और आकर्षक ब्याज दर घोषित कर सकता है।
इस फैसले के बाद सार्वजनिक और निजी, दोनों ही तरह के बैंक अपने ग्राहकों को 3% से 6% सालाना ब्याज देने लगे हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, HDFC बैंक, ICICI बैंक और एक्सिस बैंक सहित कई बैंक अब अपने सेविंग अकाउंट होल्डर्स को अधिक ब्याज ऑफर कर रहे हैं। डिजिटल बैंक और फिनटेक कंपनियां इससे भी बेहतर ऑफर देने की तैयारी में हैं, क्योंकि अब रेट पूरी तरह बाजार के हिसाब से तय होगा।
सेविंग अकाउंट में ब्याज दर कैसे तय होती है, यह बैंक के पास रखे गए आपके बैलेंस पर निर्भर है। ज़्यादातर बैंक स्लैब सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं—यानि अधिक राशि रखने पर अधिक ब्याज। आमतौर पर ₹10,000 से ज्यादा बैलेंस पर 3% से 5% तक ब्याज मिल सकता है, और कुछ चुनिंदा बैंक ₹1 लाख से ज़्यादा बैलेंस रखने वालों को 6% तक ब्याज देने लगे हैं।
अब एफडी जैसा लॉक-इन नहीं—सेविंग अकाउंट में पैसा कभी भी निकाला और डाला जा सकता है, फिर भी आपको बेहतर ब्याज मिलेगा। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए अच्छा है जो इमरजेंसी या रोजमर्रा ज़रूरतों के लिए जल्दी पैसा निकालना चाहते हैं.
किसे मिलेगा सबसे ज़्यादा फायदा?
इस नई व्यवस्था का सबसे बड़ा लाभ उन खाताधारकों को होगा, जिनका सेविंग अकाउंट बैलेंस नियमित रूप से ₹10,000 या उससे अधिक रहता है। नौकरीपेशा वर्ग, छोटे व्यापारी, वरिष्ठ नागरिक, गृहिणियां और विद्यार्थी—all—इस स्कीम से फायदा उठा सकते हैं।
जो लोग जोखिम नहीं लेना चाहते, उनके लिए यह एक सुरक्षित और बेहतर रिटर्न देने वाला विकल्प बन गया है। छोटी अवधि के लिए जो लोग पैसे कहीं और निवेश नहीं करना चाहते, उनके लिए भी यह एक सरल तरीका है अधिक ब्याज कमाने का।
ब्याज कैसे मिलेगा?
सेविंग अकाउंट में ब्याज की गणना, अकाउंट के डेली क्लोजिंग बैलेंस पर की जाती है। यानी जितने दिन आपका पैसा बैंक में है, उतने दिन के लिए ब्याज मिलेगा। बैंक आमतौर पर तिमाही या छमाही में ब्याज आपके खाते में जमा कर देते हैं। कुछ बैंक हर महीने भी ब्याज ट्रांसफर करने लगे हैं।
उदाहरण के लिए, अगर आपके सेविंग अकाउंट में रोजाना ₹1 लाख बैलेंस है और बैंक 5% सालाना ब्याज देता है, तो आपको तक़रीबन ₹417 महीना या ₹5000 साल का ब्याज मिल सकता है। छोटे बैलेंस वालों के लिए भी यह बढ़िया मौका है, हालांकि उन्हें लिमिटेड ब्याज मिलेगा।
प्रमुख बैंकों की नए रेट्स
बैंक का नाम | न्यूनतम ब्याज दर | अधिकतम ब्याज दर |
---|---|---|
एसबीआई | 2.50% | 2.70% |
एचडीएफसी बैंक | 2.50% | 3.00% |
एक्सिस बैंक | 2.50% | 4.0% – 6% |
आईसीआईसीआई बैंक | 3.0% | 5.5% |
यह दरें आपके खाते में जमा राशि के अनुसार बदल सकती हैं. प्राइवेट और छोटे बैंकों तथा डिजिटल बैंकों में 5% से 6% तक ब्याज दिए जाने की संभावना है।
आवेदन और जरूरी बातें
अगर आप ज्यादा ब्याज वाला सेविंग अकाउंट खोलना चाहते हैं, तो अपने बैंक ब्रांच या उनकी वेबसाइट/ऐप पर जाकर संपर्क कर सकते हैं। असली जानकारी के लिए अपने बैंक की ब्याज दर के चार्ट को जरूर देखें, क्योंकि हर बैंक की पॉलिसी अलग हो सकती है।
शुरुआत में अकाउंट खोलने के लिए कुछ दस्तावेज़, जैसे पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो लगेंगे। साथ ही, खाते में न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त भी हो सकती है।
निष्कर्ष
RBI के इस नए नियम से करोड़ों खाताधारकों को फायदा हुआ है। अब सेविंग अकाउंट में भी बिना किसी एफडी के अच्छा ब्याज पाया जा सकता है। यह न केवल आपकी बचत को सुरक्षित रखता है, बल्कि फायदे भी बढ़ाता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है।